लव जिहाद

बलात्कार, ब्लैकमेलिंग, वैश्यावृति और हत्या

लव जिहाद

नफरत भरा प्यार.. झूठ, फरेब और अय्याशी

MVSCHAUHAN: समाज में किसी भी परिवार के लिए सबसे अधिक शर्म की बात यह होती है जब उस परिवार की कोई बहन या बेटी किसी के साथ भाग जाती है। अपनी जाति अथवा धर्म के किसी लड़के के साथ किसी लड़की के घर से भाग जाने पर कुछ परिवार कुछ समय बाद सामान्य हो जाते हैं लेकिन जब कोई लड़की किसी दूसरे धर्म के लड़के के साथ भाग जाती है तो उस परिवार को जीवन भर समाज से ताने मिलते हैं और जीवन भर का कमाया हुआ मान सम्मान सब मिट्टी में मिल जाता है। औसे कई मामले भी देखने में आए हैं जब ऐसे घटना से आहत होकर पूरे परिवार ने सामूहिक रूप से आत्महत्या कर ली या फिर लड़की की हत्या कर दी। ऐसे परिवारों को जीवन से अधिक मान-सम्मान अधिक प्यार होता है।

आज के समय मे आपको समाज में हजारों ऐसे उदाहरण मिल जाएंगे जिनमें लव-जिहाद में फँसने वाली लड़कियों का जीवन बर्बाद हो गया है या फिर जिन्होंने इस लव-जिहाद की दलदल में फँसने के बाद इससे बचने की कोशिश की उनकी नृशंसता पूर्वक हत्या कर दी गई। इस प्रकार के कुकर्म करने की सीख इस्लाम की तथ्यकथिक आसमान से उतरी हुई किताब कुरान में दी गई है और इसका प्रशिक्षण मदरसे मे मिलने वाली शिक्षा में दिया जाता है। जिसके कुछ उदाहरण नीचे दिए गए हैं जिनकी जानकारी पीड़ित अथवा पीड़ित के माता-पिता या फिर समाचारों द्वारा समाज के सामने आई है।

Love Jihad Logo, लव जिहाद लोगो

लव जिहाद के बारे में जानने से पहले हम थोड़ा सा “जिहाद”🔗 और “गजवा-ए-हिन्द”🔗 के बारे मे जान लेते हैं क्योंकि यह “लव-जिहाद” इनका ही एक छोटा स हिस्सा है।

लव जिहाद जिहाद का ही एक हिस्सा है!

जब से इस्लाम का उद्भव हुआ है तभी से इस्लाम का विश्व पर राज करने का सपना रहा है इसके लिए इस्लाम के अंतिम पैगंबर ने छल, कपट, अत्याचार और नृशंसता की ऐसी कहानी लिखी जिसे जिहाद🔗नाम दिया गया।

भारत के वीरों और वीरांगनाओं के शौर्य, पराक्रम और बलिदानों के कारण इस्लाम का भारत विजय का सपना पूरा न हो सका और इस विषय मे एक मुस्लिम कवि अल्ताफ हुसैन “हाली” लिखता है :-

“वो दीन-ए-हिजाजी का बेबाक बेड़ा, निशां जिसका अक्सा-ए-आलम में पहुंचा।

मुझाहिम हुआ कोई खतरा न जिसका, न अम्मां में फटका, कुलजम में झिझका।

किये पै-सिफर जिसने सातों समंदर, वो  डूबा दहाने पे गंगा के आकर ॥

इस्लाम की धार्मिक पुस्तकों में “कुरान” के अतिरिक्त “हदीस” का भी नाम आता है जिसमें मुहम्मद के सहाबाओं (साथियों) ने मुहम्मद के जीवन के बारे मे बताया है इस हदीस में भी मुहम्मद के साथी बताते हैं कि मुहम्मद भी भारत पर इस्लाम का झण्डा लहराना चाहता था लेकिन वह भारत की ओर आने की हिम्मत न कर सका इसलिए मुहम्मद ने मुसलमानों को “गजवा-ए-हिन्द”🔗 नाम का जुमला दे दिया कि भारत पर इस्लाम का राज होने के बाद ही जन्नत के दरवाजे खुलेंगे और हर मुसलमान जन्नत जाएगा जहां उन्हें सुंदर और कुंवारी 72 हूरें मिलेंगी।

उन 72 हूरों को पाने की लालसा में प्रत्येक मुसलमान वासना मे अंधा होकर इसी प्रयास मे लगा है कि किस प्रकार भारत पर इस्लाम का शासन होगा।

लव जिहाद (प्यार या धोखा)

    किसी मुस्लिम द्वारा नाम बदलकर अथवा सेकुलर रूप धारण कर किसी हिन्दू लड़की अथवा महिला को झूठे प्यार फँसाकर उसका धर्म परिवर्तन करवाने “लव जिहाद” कहते हैं। इस प्रकार की घटना से समाज में हिन्दू लड़की का परिवार बर्बाद हो जाता है। आमतौर पर जब किसी की बहन या बेटी घर से भाग जाती है तो समाज के आगे उस परिवार को शर्मिंदा होना पड़ता है और जब किसी की बहन-बेटी किसी मुस्लिम के साथ भाग जाती है तो उस लड़ी का परिवार समाज के आगे मुंह छुपाता फिरता है। लड़की को मुस्लिम लड़के का प्यार सच्चा लगता है जबकि एक मुस्लिम जिसकी मानसिकता 4-4 शादी करने की हो, जिसका धर्म उसे अपनी ही बहनों, चाची, ताई, मौसी, बुआ और सौतेली माँ तक को बुरी नजर से देखने की इजाजत देता हो वह सच्चा प्यार कैसे कर सकता है? यहाँ तक की गैर मुस्लिमों के साथ ऐसा करने से उसे जन्नत में 72 हूर मिलेंगी ऐसा कहने वाली “कुरान” और “हदीस” उसे यह कुकर्म करने के लिए उकसाती हैं। नीचे कुछ विडिओ हैं जो पीड़ित लड़की ने स्वयं बनाये है अथवा पीड़िता ने किसी न्यूज चैनल को आपबीती बताई है।

और विडिओ देखें….

दस्तावेज (Document)

      वैसे तो लव जिहाद को लेकर कोई दस्तावेज नहीं मिलता। लेकिन आज आपको एक ऐसे दस्तावेज के विषय में बताता हूँ जिसे वॉयस फॉर जस्टिस (VOICE FOR JUSTICE) नामक संस्था ने 2012 में जारी किया था।

इस संस्था के सदस्य किसी हिन्दू संगठन या राजनैतिक पार्टी के लोग नहीं थे बल्कि उच्च पदों से रिटायर अधिकारी थे जिनमें “सिक्किम हाई कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायधीश (Former Chief Justice of the High Court of Sikkim), आंध्र प्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक (Former Director General of Police, Andhra Pradesh), पूर्व अतिरिक्त महाधिवक्ता (Former Additional Advocate General), डॉक्टर्स और वकील” ने मिलकर यह दस्तावेज तैयार किया था। 

आप राजनैतिक और प्रशासनिक महत्वाकांक्षा और उनके द्वारा किया जाने वाले मुस्लिम तुष्टीकरण का इस बात से सहज ही अंदाज लगा सकते हैं कि यह दस्तावेज 2012 में जारी होने के बाद भी भारतीय जन सामान्य के सामने नहीं आ सका। इस दस्तावेज में सभी कुछ वही है जो आपने “द केरला स्टोरी” मे देखा था। 2014 के बाद देशभर मे घट रही ऐसी घटनाओं का खुलासा हुआ तब जाकर भारत की जनता को यह सब पता चल सका।

  इस दस्तावेज में वॉयस फॉर जस्टिस संस्था के सदस्यों ने केरल के 13 राज्यों की 2866 शिकायतों में जिनमें से केवल 703 केस ही रजिस्टर हुए थे और इन 703 केस में से केवल 260 लड़कियां ही रिकवर की जा सकीं। संस्था ने उन सभी से संपर्क करने के बाद यह दस्तावेज तैयार किया था जिनमें उन लड़कियों के साक्षात्कार (Interview) के अंश भी हैं। साथ ही डॉक्टर्स ने उन लड़कियों का ब्रैनवॉश करने के लिए दी जाने वाली दवाओं के बारे में भी बताया है। इसके विषय में आप रिपोर्ट के preview मे जाकर पूरी रिपोर्ट देख सकते है और इस रिपोर्ट को डाउनलोड भी कर सकते हैं ।

अभी यह दस्तावेज केवल अंग्रेजी भाषा मे ही उपलब्ध है भविष्य में इस दस्तावेज को अन्य भाषाओं में अनुवादित करके उपलब्ध करवा दिया जाएगा। आप सभी से निवेदन है कि इस दस्तावेज अथवा वेबसाईट को अपने परिवार, परिजनों और मित्रों के साथ उनकी जानकारी और जनजागरण के लिए साझा करें ।

लव जिहाद क्यों ?

      जब से भारत मे इस्लाम का आगमन हुआ है तभी से हिन्दुओं और हिन्दू संस्कृति के मान-सम्मान और प्रतिष्ठा पर भीषण आघात होते रहे हैं। मुस्लिम सदैव इस ताक में रहते हैं कि किस प्रकार हिन्दू समाज की प्रतिष्ठा को मिट्टी में मिलाया जाए। इतिहास में और वर्तमान में भी इसके बहुत से उदाहरण देखने को मिल जाएंगे जैसे कि “महमूद गजनवी द्वारा लगभग 4 लाख से ज्यादा हिन्दू स्त्रियों को बंधक बनाकर गजनी ले जाकर 2-2 दीनार में नग्न करके बेचना” और “बाद में कुछ कट्टरपंथियों द्वारा उस स्थान पर एक मीनार बनवाकर उस पर “दुख्तरे हिन्दुस्तान-नीलाम ए दो दीनार” लिख देना।” जिसका अर्थ है कि यह वह स्थान है जहां हिन्दू औरतें 2-2 दीनार में नीलाम हुईं। जैसा कि उर्दू शब्दकोश का एक शब्द है “इज्जत नीलाम करना” जबकि हिन्दी अथवा हिन्दुओं के किसी भी साहित्य में ऐसा कोई वाक्य नहीं मिलेगा क्योंकि हिन्दू संस्कृति में यह मर्यादाओं के विरुद्ध है और इतिहास में यदि ऐसा कहीं हुआ तो ऐसा कार्य करने वाले का उसके वंश सहित सर्वनाश हुआ है।
जहां तक हिन्दू समाज की आस्था और प्रतिष्ठा को चोट पहुँचने की बात है तो उसके उदाहरण यह हैं कि बकर-ईद की मुख्य कहानी में इनके पैगंबर ने यदि बकरा था तो गाय क्यों काटनी है? और यदि बकरा काट कर ईद मनाई जा सकती है तो गाय की हत्या करके ही ईद क्यों मनानी? दूसरी बात यह कि हिन्दू समाज में नारी का स्थान बहुत ही सम्मान का है। गाँव के किसी भी घर की बेटी हो, चाहे वह किसी भी जाति की ही क्यों न हो, लेकिन वह गाँव की बेटी ही कहलाती है। ऐसी ही स्थिति हिन्दू समाज की है जब कोई मुस्लिम किसी हिन्दू लड़की को झूठे प्यार के जाल में फँसा लेता है तो वह दूसरे माध्यमों से हिन्दू समाज के लोगों को धर्म और जाति के नाम से ताना मारता है। नीचे दी गई कुछ एम्बेड पोस्ट हैं इन पर क्लिक करके आप इन जिहाड़ियों के सोशल मीडिया अकाउंट में जाकर इनकी अन्य पोस्ट भी देख सकते हो।

ऐसी घटनाओं से बचने के उपाय

आमतौर पर ऐसी घटनाओं से अपने बच्चों और परिजनों को बचाने का सरलतम तरीका है कि हम पहले से ही घर परिवार और समाज में धार्मिक संस्कारों को प्राथमिकता दें। हमारे पूर्वजों ने धर्म रक्षा के लिए कितने बलिदान दिए और उन पर कितने अत्याचार हुए… जैसे विषयों पर चर्चा करें और अपने बच्चों को धर्म का ज्ञान दें।

बेटियों को आत्मरक्षा के लिए “सेल्फ डिफेन्स” के प्रशिक्षण मे भेजें और अपने आसपास ऐसी कोई घटना घट जाती है तो आगे बढ़कर पीड़ित परिवार का साथ दें।

हिन्दू समाज की मान-मर्यादा के रक्षण हेतु बहुत से संगठन कार्य कर रहे हैं ऐसे संगठनों से जुड़ें और ऐसी कोई भी घटना होने पर जितनी जल्दी हो सके हिंदुवादी संगठनों को सूचित करें।

वर्तमान में भी लाखों हिन्दू लड़कियां ऐसे इस्लामी षड्यंत्रों का शिकार हो रखी हैं जिनकी रक्षा के लिए हिन्दू संगठनों ने “हिन्दू हेल्पलाइन” बना रखी हैं जिससे उन्हें समय रहते जानकारी मिल जाए और अपने प्रयासों द्वारा वे उस बहन-बेटी का जीवन सुरक्षित कर जिहादी को सजा दिलवा सकें।

Hindu Helpline Preview, हिन्दू हेल्पलाइन बैनर
Bhim Helpline Preview, भीम हेल्पलाइन बैनर
संभवतः पढ़ने और इसमें दिखाए गए सभी विडिओ को देखकर हिन्दू समाज की बहन-बेटियों को उचित जानकारी मिली होगी। आशा करता हूँ कि आप सभी स्वयं तो जागरूक होंगे ही और औरों को भी जागरूक करेंगे……..!